आज आपको एनजीओ के बारे में बताएंगे एनजीओ क्या है? (What is NGO) एनजीओ के क्या कार्य होते हैं, एनजीओ में रजिस्ट्रेशन कैसे करवाएं ,एनजीओ के उद्देश्य कैसे बनता है आज आपको इन सभी के बारे में जानकारी देंगे और एनजीओ का फुल फॉर्म क्या होता है एनजीओ एक प्राइवेट ऑर्गेनाइजेशन होता है एनजीओ के द्वारा लोगों की मदद करके सामाजिक काम किया जाता है
जिसमें कई तरह के काम होते हैं विधवा महिलाओं के लिए आवास, गरीब अनार बच्चों को पढ़ाना, महिलाओं की सुरक्षा, समाज कल्याण इस संगठन में सरकार की कोई भूमिका नहीं होती है NGO ke uddeshya है
क्या आप जानते हैं एनजीओ का विकास अमेरिका में किया गया था क्योंकि अमेरिका में ऐसे बहुत से सामाजिक कार्य किए जाते हैं जो सरकार के अलावा इन संगठनों के द्वारा किए जाते हैं एनजीओ के कार्य से भारत में कोरोना महामारी के चलते ऐसे लाखों एनजीओ संस्था है जो गरीबों को खाना खिला रही हैं और उनका कई प्रकार से सहयोग कर रही हैं
आइए जानते हैं एनजीओ क्या है (What is Ngo) एनजीओ का फुल फॉर्म क्या होता है,(NGO Full Form) एनजीओ में रजिस्ट्रेशन कैसे करवाएं और एनजीओ के क्या कार्य होते हैं पूरी जानकारी हिंदी में दी जाएगी
NGO kya hai in Hindi – What is NGO (एनजीओ क्या है?)
एनजीओ एक गैर सरकारी संगठन या गैर - लाभ संगठन है NGO एनजीओ का फुल फॉर्म Non Governmental Orgnization होता है यह एक ऐसा संगठन होता है जिसका मुख्य उद्देश्य सामाजिक कल्याण ऐसे कुछ व्यक्तियों के समूह के द्वारा संचालित किया जाता है कोई एक व्यक्ति एनजीओ नहीं होता है
मतलब एक व्यक्ति एनजीओ नहीं खोल सकता है कोई साथ व्यक्ति या अधिक व्यक्ति आपस में मिलकर सोसाइटी एक्ट के अंतर्गत पंजीकृत करवा सकते हैं इसके लिए यह आवश्यक होता है कार्यकारी समिति कैसे बनेगी और उसमें कार्य कैसे होगा के लिए धन और कई रूल बनते हैं
NGO kya hai in Hindi – What is NGO (एनजीओ क्या है?)
एनजीओ एक गैर सरकारी संगठन या गैर - लाभ संगठन है NGO एनजीओ का फुल फॉर्म Non Governmental Orgnization होता है यह एक ऐसा संगठन होता है जिसका मुख्य उद्देश्य सामाजिक कल्याण ऐसे कुछ व्यक्तियों के समूह के द्वारा संचालित किया जाता है कोई एक व्यक्ति एनजीओ नहीं होता है
मतलब एक व्यक्ति एनजीओ नहीं खोल सकता है कोई साथ व्यक्ति या अधिक व्यक्ति आपस में मिलकर सोसाइटी एक्ट के अंतर्गत पंजीकृत करवा सकते हैं इसके लिए यह आवश्यक होता है कार्यकारी समिति कैसे बनेगी और उसमें कार्य कैसे होगा के लिए धन और कई रूल बनते हैं
एनजीओ गठन के लिए आवश्यक
- कम से कम 7 सदस्य होने चाहिए
- बैठक में एनजीओ, उद्देश, अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष, सलाहकार आदि होने चाहिए
- बैठक में एनजीओ के गठन का प्रस्ताव पास करना होता है प्रस्ताव पर सभी के हस्ताक्षर के अलावा सिग्नेचर और तारीख होनी चाहिए
- चैरिटी कमिश्नर के दफ्तर से आवेदन फार्म खरीदना होता है
Form को भरने के दौरान और कागजात होने चाहिए
- अध्यक्ष या सचिव के नाम पावर ऑफ अटॉर्नी
- सभी सदस्यों का सहमति प्रस्ताव पत्र देना होता है
- जिस पते पर एंट्री रजिस्टर किया जाता है उस भवन के स्वामी अनापत्ति प्रमाण पत्र भी जरूरी है
भारत में गैर-लाभ संगठन (Non-Profit Organizations in India)
भारत में एनजीओ NGO को तीन प्रकार से रजिस्टर कराया जा सकता है तीनों अपना अलग-अलग महत्व रखते हैं और इसे अलग-अलग देशों की पूर्ति के लिए प्रयोग में लाया जाता है
NGO Kaise Register kare एनजीओ का रजिस्ट्रेशन कैसे करें
1. सोसाइटी (Society)
2. ट्रस्ट (Trust)
3. कंपनी (Company under section–25)
सोसाइटी (Society)
सोसाइटी क्या हैं? (What is society?) – सोसाइटी भी एक एनजीओ होता है कुछ सोसाइटी रजिस्ट्रेशन एक्ट 1807 के अंतर्गत रजिस्टर किया जाता है इसको आप दो प्रकार से रजिस्टर करा सकते हैं एक राज्य स्तर पर जिसमें आप अनेक प्रदेश के अंदर ही काम कर सकते हैं और दूसरा केंद्र स्तर पर जिसमें आप पूरे देश में काम कर सकते हैं इसको रजिस्टर करवाने में लगभग 1 से 2 महीने का समय लगता है
राज्य स्तर पर एनजीओ को रजिस्टर कराने के लिए आपको 7 लोगों की जरूरत होगी इसमें आप अपने घर के सदस्य को शामिल नहीं कर सकते हैं केंद्र स्तर पर एनजीओ NGO को रजिस्टर करवाने के लिए 8 लोगों की जरूरत होगी प के अलग-अलग राज्यों से होने चाहिए
सोसाइटी क्या हैं? (What is society?) – सोसाइटी भी एक एनजीओ होता है कुछ सोसाइटी रजिस्ट्रेशन एक्ट 1807 के अंतर्गत रजिस्टर किया जाता है इसको आप दो प्रकार से रजिस्टर करा सकते हैं एक राज्य स्तर पर जिसमें आप अनेक प्रदेश के अंदर ही काम कर सकते हैं और दूसरा केंद्र स्तर पर जिसमें आप पूरे देश में काम कर सकते हैं इसको रजिस्टर करवाने में लगभग 1 से 2 महीने का समय लगता है
राज्य स्तर पर एनजीओ को रजिस्टर कराने के लिए आपको 7 लोगों की जरूरत होगी इसमें आप अपने घर के सदस्य को शामिल नहीं कर सकते हैं केंद्र स्तर पर एनजीओ NGO को रजिस्टर करवाने के लिए 8 लोगों की जरूरत होगी प के अलग-अलग राज्यों से होने चाहिए
ट्रस्ट (Trust)
ट्रस्ट क्या है? (What is Trust?) – ट्रस्ट एक एनजीओ होता है इसको इंडियन ट्रस्ट एक्ट बॉम्बे ट्रस्ट एक्ट देवस्थान ट्रस्ट एक्ट के अंतर्गत रजिस्टर करवाया जाता है इसमें कम से कम 2 सदस्य अनुवाद है ट्रस्ट रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए इसमें संपत्ति का शामिल होना अनिवार्य है जैसे की जमीन या बिल्डिंग
कंपनी (Company under section-25)
कंपनी क्या है? (What is Company?) – अल आपकारी कंपनी एनजीओ कहलाती है इसे कंपनी एक्ट के अंतर्गत किया जाता है इसमें कम से कम 2 लोगों की जरूरत होती है कंपनी एक्ट के अंतर्गत संस्था पूर्व भारत में कहीं पर भी कार्य कर सकती है बशर्ते केंद्र सरकार द्वारा उसे वैध मानता प्राप्त होना चाहिए
सोसाइटी ट्रस्ट, व कंपनी टेस्ट में अंतर | Differences in Society,Trust and Company
एनजीओ रजिस्ट्रेशन के बाद आप जब आपको कोई वित्तीय अनुदान देता है तो उसे टैक्स में छूट मिलती है यदि आपके अंजू के पास 80G सर्टिफिकेट है यदि आप विदेशी वित्तीय अनुदान लेने के लिए आपके पास एफसीआरए सर्टिफिकेट होना चाहिए इन सर्टिफिकेट के होने से एनजीओ को वित्तीय सहायता मिल जाती है और देने वाले को टैक्स में छूट मिल जाती है
NGO Full Form - Non-Governmental Organization
NGO ke Kam एनजीओ के कार्य
एनजीओ दुनिया
भर
में
विभिन्न
प्रकार
के
समाज
कल्याण
और
मानव
कल्याण
उद्देश्य
कार्य
करते
हैं
क्या
संगठन
निरंतर
विकास
की
दिशा
में
कार्य
कर
रहा
है
जियो
का
कार्य
जरूरतमंद
लोगों
को
फायदा
पहुंचाना
होता
है
एनजीओ
का
उद्देश
पैसा
कमाना
नहीं
बल्कि
लोगों
की
मदद
करना
होता
है
एनजीओ की विशेषताएं
- गरीब अनाथ बच्चों को शिक्षा देना
- स्कूल में बच्चों को अच्छा भोजन दिलवाना
- बच्चों को किताबों का वितरण करना
- महिलाओं को आवास देना
- जल संवर्धन के कार्य
- आदिवासी समाज की समस्या का हल करना
- समाज में बीमारी से परेशान लोगों की मदद करना
- बुजुर्ग लोगों की मदद करना
एनजीओ से आप क्या समझते हैं?
एनजीओ – गैर सरकारी संगठन या गैर-लाभ संगठन (NGO – Non
Governmental Organization or NPO – Non Profit Organizations) एक ऐसा संगठन होता है जिसका मुख्य उद्देश्य सामाजिक कल्याण होता हैं. इसे कुछ व्यक्तियों के समूह के द्वारा संचालित किया जाता हैं.
NGO के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया (NGO Registration
Process)
आपकी संस्था का एक प्रस्ताव होना चाहिए इसके बाद आपको रजिस्ट्रार के कार्यालय में उपस्थित होना होगा। वहां पर जाकर पंजीकरण का आवेदन पत्र आपको प्राप्त हो जाएगा। आप राष्ट्रीय न्यास की वेबसाइट पर जाकर आॅनलाइन फाॅर्म भर दे या आपको कार्यालय से ये फाॅर्म मिल जाएगा।
ट्रस्ट कितने प्रकार के होते हैं? (Types of Trust)
ट्रस्ट के करीब तीन प्रकार होते हैं - निजी या फैमिली ट्रस्ट, धार्मिक ट्रस्ट और चैरिटेबल ट्रस्ट। ट्रस्ट बनाने से पहले करदाता को अपने लक्ष्य तय करना जरूरी है और फिर उसके बाद ट्रस्ट डीड बनाया जा सकता है। ट्रस्ट डीड बनाने के बाद नोटरी या सब-रजिस्ट्रार के यहां इसकी रजिस्ट्री भी करना जरूरी है।
ट्रस्ट के करीब तीन प्रकार होते हैं - निजी या फैमिली ट्रस्ट, धार्मिक ट्रस्ट और चैरिटेबल ट्रस्ट। ट्रस्ट बनाने से पहले करदाता को अपने लक्ष्य तय करना जरूरी है और फिर उसके बाद ट्रस्ट डीड बनाया जा सकता है। ट्रस्ट डीड बनाने के बाद नोटरी या सब-रजिस्ट्रार के यहां इसकी रजिस्ट्री भी करना जरूरी है।
नेशनल ट्रस्ट क्या है?
राष्ट्रीय न्यास, सामाजिक न्याय एंव अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार का एक सांविधिक निकाय है, जिसकी स्थापना स्वपरायणता, प्रमस्तिष्क घात, मानसिक मंदता और बहु –निःशक्तताग्रस्त व्यक्तियों के कल्याण हेतु अधिनियम (1999 के अधिनियम 44) के तहत की गई हैट्रस्ट क्या होता है इन हिंदी? NGO meaning
एक ट्रस्ट एक व्यवस्था है जिसके द्वारा एक व्यक्ति (एक ट्रस्टी) एक या अधिक लाभार्थियों के लिए अपने नाममात्र मालिक के रूप में संपत्ति रखता है। ट्रस्टी को ट्रस्ट डीड में दिए गए तरीके से लाभार्थियों के लाभ के लिए संपत्ति का प्रशासन करने की आवश्यकता होगी। विश्वास बनाने वाले व्यक्ति को इसके लेखक कहते हैं।
ट्रस्ट क्या होता है इन हिंदी? NGO meaning
एक ट्रस्ट एक व्यवस्था है जिसके द्वारा एक व्यक्ति (एक ट्रस्टी) एक या अधिक लाभार्थियों के लिए अपने नाममात्र मालिक के रूप में संपत्ति रखता है। ट्रस्टी को ट्रस्ट डीड में दिए गए तरीके से लाभार्थियों के लाभ के लिए संपत्ति का प्रशासन करने की आवश्यकता होगी। विश्वास बनाने वाले व्यक्ति को इसके लेखक कहते हैं।
3 टिप्पणियाँ
Thanks for sharing good information with us
जवाब देंहटाएंCheck my- PANDEMIC Meaning in Hindi
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जवाब देंहटाएंRajwada Arts - Manufacturers and Sellers of Rajasthani Jewelry. Exceptional handcrafted women's jewelry and handicrafts, made by renowned artisans in Rajasthan
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